जिवामृत कसे बनवावे…

जिवामृतसाठी कसे तयार करावे.


खालील फोटोत दाखवल्याप्रमाणे जिवामृत बनवण्यासाठी लागणारे साहित्य वापरावे.

दोन दिवस त्यास सकाळ संध्याकाळ घडाळ्याच्या काट्या प्रमाणे एकदा व त्याच्या उलट ते फिरवावे, सावलीत ठेवावे.

एक लिटर द्रावणाला पाच लिटर पाणी टाकून कुंडीला पुरेल एवढे द्रावण द्यावे.

Lockdown : 2 Bumper offer

कोरोना महामारी मुळे उद्भवलेल्या आर्थिक संकटाला तोंड देण्यासाठी गच्चीवरची बागे तर्फे विक्री होणार्या उत्पादने ही उत्पादन खर्चापेक्षाही कमी किमतीत विक्री करण्याचा निर्णय घेण्यात आला आहे.


Lockdown : 2 Bumper offer

कोरोना महामारी मुळे उद्भवलेल्या आर्थिक संकटाला तोंड देण्यासाठी गच्चीवरची बागे तर्फे विक्री होणार्या उत्पादने ही उत्पादन खर्चापेक्षाही कमी किमतीत विक्री करण्याचा निर्णय घेण्यात आला आहे.

आमच्या उत्पादनाच्या सविस्तर माहितीसाठी www.gacchivarchibaug.in हे संकेतस्थळ अभ्यासावे.

 उत्पदनांचे मुळ विक्री किमत व आताची कमी केलेली रक्कम यांची यादी खालील प्रमाणे

(सदर उत्पादनातील काही उत्पादने ही डिजिटल स्वरूपात आहेत. तर पुस्तके, ग्रो बॅग्जस, बियाणे ही  ही  बाय पोस्ट ने पाठवली जातील. बाकीची उत्पादने ही आपल्याला गच्चीवरची बाग एक्सटेंशन येथून आपल्याला घेवून जावे लागतील, कारण कोरोनाच्या वाढत्या प्रभावामुळे आम्हाला आमची उत्पादने १५ मे पर्यंत घरपोहोच पोहचवता येणार नाहीत)

  • Bishcom ( Potting Mix) 15 Kg –  Offer Price 10 Kg
  • गच्चीवरची बाग छापिल पुस्तक (पोस्ट खर्चा सहित 240/-) – offer Price 140/-
  • तुम्हाला माहित आहे का ? छापिल पुस्तक (पोस्ट खर्चा सहित 240/-) – offer Price 140/-
  • डॉ. बगीचा (पी.डी.एफ) 150/- Offer Price 99/-
  • तुम्हाला माहित आहे का ? ( पी.डी.एफ) 150/- Offer Price 99/-
  • जिवामृत, गोमुत्र, ह्युमिक जल, फ्रुट इंजाईम 21 रू. प्रति लिटर – Offer Price 11/- प्रति लिटर.
  • दशपर्णी 25 रू. लिटर Offer Price 15 रू. लिटर.
  • ग्रो बॅग्जस 16/- प्रति नग
  • भाजीपाला बियाणे 11 रू.
  • निमपेंड 51 रू किलो.
  • तंबाखू पावडर 51 रू. किलो.
  • लाल माती सिमेंट गोणी भरून 120 रू. Offer Price 100/-

टीपः वरील साहित्य आपल्याला हवे असल्यास पण आता घेवून जाणे शक्य नसल्यास तर तुम्ही साहित्याची यादी प्रमाणे आगाऊ पेमेंट करता येईल. त्याची तुम्हाला पावतीपण देण्यात येईल. तुमच्या सवडीने ते केव्हांही घेवून जाता येईल.

घरपोहोच पोहचवणे शक्य झाल्यास पूर्वीचीच किंमत + डिलेव्हरी चार्जेस आकारले जातील

  • Online स्वरूपात तुमच्या कुंटुबासाठी गच्चीवरची बाग ही कार्यशाळा आयोजीत करता येईल. त्याची 2500/- ऐवजी 1500 रू. फी असेन. (एक तास)

वरील उत्पादने नाशिक अथवा नाशिक बाहेरील व्यक्तिनां व्यवसायीक स्वरूपात विक्रि करावयास दयावयाची आहेत. त्यांनी कृपया संपर्क साधावा. इच्छुकांना केवळ वस्तूची विक्री केली तरी चालणार आहेत. वस्तूच्या वापरा विषयी अथवा ग्राहकांच्या समाधानासाठी आमच्याकडून सेंट्रल सपोर्ट केला जाईल.

आमच्या समोर उभ्या असलेल्या आर्थिक आव्हानांसाठी व तुमच्या सकारात्मक प्रतिसादासाठी वाचा

पुढील लेख वाचा

करोनामुळे उद्भवलेल्या आर्थिक संकटात गच्चीवरची बाग

संदीप चव्हाण, गच्चीवरची बाग, नाशिक

9850569644 / 8087475242

Needs to equipments/ funds


vertical garden 1 1 (1098)संदीप चव्हाण, नाशिक, महाराष्ट्र में रहते है। पिछले चार साल से गारबेज टू गार्डन तंत्र को लेकर नाशिक में जहर से मुक्त सब्जिया और बागवानी बनाने के लिए लोगोंको प्रेरीत करते है। उनका सपना है की लोग अपने छोटी छोटी कौशिसे व्दारा जहर मुक्त सब्जिया घरपर ही उंगाये, पर्यावरण का खयाल रखे और निसर्ग के साथ जुडे रहे। इसलिए खेती की जरूरू नही है। शहर में जो भी जगह उपलब्ध है जैसे की (पंराडा, टेरेस, बाल्कनी, विंडो) उसीमें उपलब्ध नैसर्गिक संसाधनो (किचन वेस्ट, सुखे पत्ते,)  के साथ और जो भी उपलब्ध वस्तूंए में बागवानी करने के लिए प्रेरीत करते है। आज शहर में डंपीग ग्रांऊड की समस्या बढ रही है। अगर लोगों ने इस तरह किचन वेस्ट का जगह ही पर उसका सुखाकर इस्तेमाल किया तो डंपीग ग्रांऊड की समस्या नही रहेगी। और यह एक कारगर व आसान तरीका है। किचन वेस्ट का कंपोस्टिंग बनाने की कोई जरूरी नही.. ऐसा उनका कहना है। खाद बनाना यह प्राकृतिक के खिलाफ है और उसमें समय का गवाना है यह उनका मानना है।

इसलिए वह पिछले १२ साल से प्रयत्न कर कर रहे है। इस प्रयत्नों के पिछले चार साल में अपने परिवार के लिए उपजिवाका का माध्यम बनाया है। उनके साथ उनका परिवार और दो लोगों को भी रोजगार की प्राप्ती होती है।

जहर मुक्त खेती की आज बहूत जरूरी है। इसके बारे में लोगों को जागृत करना और निसर्ग के प्रती उनका सहयोग लेना जरूरी समजते है। इसलिए उन्होंने एक देशी नस्ल की गाय पाली है। उसीके गोमुत्र और गोबर से टेरेस फार्मिंग में उपयोग करते है।  इस काम को गती मिलने के लिए लंबे प्रयोसो के बाद एक चार पैयावाली गाडी खरेदी है। उसीसे थोडा आसानी हो गयी है। लेकीन यह सब कर्जा है। और कुछ कुछ करना है। उसके लिए और कर्जा मिलना मुश्किल है। और उनके सपने की कडी में कुछ साधनों की कमतरता है। अगर निचे नमुद कियें हुंए साधन का जुगाड हो जाता है तो  में पर्यावरण के क्षेत्र में लोगोंका और बडी मात्रा में सहयोग ले सकत है। और अपनी सिंमेंट की निस्तेज वंसुधरा को हरे हरे रंग के कुछ रंग भरना चाहते है।

  • Petrol Shredder machine 65000/- छत पर बागवानी के लिए 80 % बायोमास ( नारियल के छिलके, गन्ने का छिलके, पेड पौध्दे के पत्ते, सुका हुआ किचन वेस्ट और 20%  मिट्टी और खाद का उपयोग करते है। उपरोक्त मशीन व्दारा जो भि बायोमास लोगोव्दारा फेका या जलाया जाता है। उनको क्रश करके उपयोग कर सकते है। इससे दो फायदे है। एक  कम जगह में जादा से जादा संग्रहीत कर सकते है। और ट्रान्सपोर्ट के लिए सुविधा होगी।
  • किताब प्रकाशन 75000/- अब गच्चीवरची बाग ( टेरेस फार्मिंग) ये किताब की व्दितीय आवृत्ती प्रकाशीत करना चाहते है। जो स्वः एक प्रशिक्षण पुस्तिका की तरह होगी। ताकी इसे पढकर इच्छुक लोंग अपने घरपे ही किताब पढकर छत पर बागवानी कर सकते है। इससे पर्यावरण के क्षेत्र में बढा काम खडा रह सकता है।
  • बफींग machine 10000/- मंदीर से जमा किए नारियल के कठीण कवच से मैं किचेन्स बनाना चाहते है। कुछ चिंजे हातोसेही बनायी है इसमें बहोत सारा वक्त लग जाता है। उपरी मशीन अगर मिल गयी तो मैं कोकोनट शेल से अलग अलग चिंजे बना सकते है। जो पर्यावरण पुरक होगी। और स्थानिक महिलांए के लिए रोजगार की प्राप्ती होगी।

Total amt: 150000/-(1.5 lakh)

उनके कार्यपर युट्यूब पर एक फिल्म है उसे हर रोज २५० लोग देखते है। इसी विषय में मैने लोकसत्ता इस वर्तमान पत्र में एक साल कॉलम लिखा है। इसी काम की विविध माध्यमों व्दारो समाचार पत्र में जीवन परिचय प्रकाशित हुए है।

www.gacchivarchibaug.in

www.youtube.com

 

 

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