घर पर सब्जियां उगाने के बहोत सारे फायदे है. उनको अगर बारकाईसे जानेंगे तो आप सोचते रह जाएंगे. - संदीप चव्हाण, गच्चीवरची बाग, नाशिक.
घर में उगांयी सब्जियां रेसिड्यू फ्री और हानिकारक पेस्टिसाईड से मुक्त होती है. इससे सेहत पर रसायनसे होने वाले नकारात्मक प्रभाव कम होता है. प्रकृती के गुण प्रचूर मात्रा में होती है.
घर पे उगांयी सब्जियां बेहद पोषणयुक्त होती है. इनसेही प्राकृतिक रूप से पोषक तत्व, विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट्स तत्व मूलरूप में मिलते है. जो मानव शरिर के लिए आवश्यक होते है.
3
ताजी सब्जियों में पोषण मुल्य और तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है. और घर की सब्जी तो जब चाहें तब निकालकर बना सकते है. उसका स्वाद ले सकते है.
बाजार में मिलने वाली सब्जियां कम समय में उगांयी जाती है. इसलिए उसमें मिट्टी का स्वाद नही होता. इसकी तूलना में घर उगायीं सब्जियां ज्यादा स्वाद, मधूर और प्राकृतिक टेस्ट होती है.
घर की सब्जियां ग्रीन हाऊसेस गॅस को कम करती है. हवा में प्राणवायू को बढाता है. क्यों की इसमें कोई भी केमिकल का ईस्तेमाल नही होता. गॅसेस का निर्माण नही होता है.
महिने के राशन के साथ सब्जियों का भी एक बजेट होता है. घर पर सब्जियां उगांके हम पैसो को बचाते है. एवंम भविष्य में बिमारी के खर्चों को भी लगाम लगती है.
घर की सब्जियां खाने से बाहर का खाना खाने की इच्छा नही होती. क्यों की शरिर को जरूरत तत्वो की पूर्ती तो घर की सब्जियोंसे होती है उसिके साथ खाने का सुख औऱ समाधान मिलता है.
घर पर सब्जियों उगांने का आनंद की भी कॉमेडी रिरीयल या शो से ज्यादा आनंद देती है क्यों की सृजन का, निर्मिती का आनंद सबसे बडा होता है.
जब आप घर पर सब्जियां उगांते है तो उनके साथ प्रकृती अलग अलग रचनांवो का निर्माण करती है. रंग, प्रकाश, उनका बढना ये खुले आंख से देखना बडा मंनोरंजक होता है.
बागवानी करते समय मानसिक तणाव दूर हो जाता है. पौधों के साथ साथ खुद से संवाद से व्यक्तिमत्व को चमक आती है. संवेदनशिलता में सुधार होता है